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जाट समाज - जो अब महाराष्ट्र का गर्व है।

November 06, 2020 Add Comment


महम चौबीसी से तो हम सभी परिचित हैं, ये जाटों के 24 गाँवों की खाप है जिसमें सह-जातियाँ भी सम्मिलित होती हैं। लेकिन जाट बाईसी का नाम बहुत कम लोगों ने सुना होगा । जाट बाईसी पूरी ऐतिहासिक घटना पर आधारित है। बम्बई से 180 कि. मी. दूर महाराष्ट्र राज्य के नासिक जिले की मालेगांव तहसील में जाटों के इकट्ठे छोटे-छोटे 22 गाँव हैं।
पानीपत की तीसरी लड़ाई में पेशवा ब्राह्मण व मराठे लगभग 4 हजार परिवार अपने साथ लाये थे। जब लड़ाई में इनकी हार हुई तो कुछ परिवार मारे गये और बचे-खुचे परिवारों ने भरतपुर नरेश महाराजा सूरजमल के राज क्षेत्र व किलों में पनहा ली थी। महाराजा सूरजमल ने कड़कती सर्दी (जनवरी 1761) में इनको पूरे अतिथि सत्कार के तहत घायलों आदि की देखभाल की तथा इन परिवारों को इनके घरो तक सकुशल पहुंचाने के लिए अपनी सेना के रोहतक व हिसार जिले के जाट सिपाही साथ भेजे जो उन्हें बड़ी इज्जत और सम्मान के साथ वहाँ उनके घरों तक ले गये, जो उस समय किसी भी कल्पना से परे था।



महाराजा सूरजमल और रानी किशोरी की शानदार मेहमानबाजी तथा इन हरियाणवी सिपाहियों की जिन्दादिली इंसानियत पर मराठा समाज कायल हो गया और इस समाज ने ऐसे नेक सिपाहियों, जिनकी शादियां नहीं हुई थी, को अपनी बेटियां देकर अपनी जम़ीन पर बसाने का फैसला लिया। समय अपनी गति से चलता रहा और आज लगभग 250 वर्ष बाद इनके 22 गाँव आबाद हो गये जो आज किसानी करके अपना निर्वाह करते हैं। इनके साथ भी वही हुआ जो आन्ध्रप्रदेश के गोलकुण्डा किले के विजेताओं के साथ हुआ या हो रहा है। क्या विश्व के इतिहास में ऐसा कोई दूसरा भी उदाहरण हैं? महाराजा सूरजमल की आलोचना करनेवालों के मुंह पर यह एक तमाचा है।
यहाँ के तोखड़ा गाँव में फिल्म अभिनेता व नेता धर्मेन्द्र जी ने अपनी माता सन्तकौर देवी के नाम हाई स्कूल बनवाया है। धर्मेन्द्र जी ने मुम्बई महानगर में पहली बार जाट सभा व जाट भवन की स्थापना की जिस पर जाट जाति को गर्व होना चाहिए।
इन जाटों के गोत्र हैं - मान, जाखड़, सिहाग, सहरावत, दहिया, बिजानियां, झिंझर, नीमड़िया, रांगी, रंधावा ,पूनिया, गिल, बैनीवाल और सांगवान (70 परिवार) आदि, इस जाट बाईसी के वर्तमान में चौ. धनसिंह सहरावत प्रधान हैं जिनका पता हैं:- गाँव - नारादाना, डाकखाना - कलवाड़ी, तहसील - मालेगांव जिला नासिक (महाराष्ट्र राज्य) (एक शोध प्रयास - लेखक)।

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JAT PRIDE : Khasa Aala Chahar - Biography , Wikipedia ,Net Worth

July 29, 2020 Add Comment
" Khasa Aala Chahar " भाई को आज किसी पहचान की जरुरत नही है । किसी गाने मे उनका नाम आना ही गाने का हीट होना तय है

Khasa Aala Chahar भाई का जन्म खासा गाम मे हुआ । इसलिये इन्होंने अपने नाम में " खासा "  word को भी जोड़ लिया । वैसे भाई का असली नाम अभिषेक हैै। 



खासा आला चाहर भाई ने अपनी प्राइमरी शिक्षा गॉंव के ही स्कुल से ही प्राप्त की ।  उसके बाद उन्होने हिसार के एक स्कुल दाखिला ले लिया । फिलहाल वो IGNOU University से Graduation की final Year में है। 



स्कुल के दिनो तक चाहर भाई का Music में कोई Interest नहीं था । college में जाकर इनके कुछ दोस्त  Haryanvi Music Industry के लोगों को जानते थे । यहा जाकर इनका Interest  Music बढने में लगा ।


खासा आला चाहर ने Music Industry में अपना Debut As A writer कीया । बाद मे इन्होंने गाना भी Start किया । इन्होने As A singer शुरुआत FATHER SHAB गाने से किया । जो की super Dooper hit रहा । इस गाने पर आज की तारीख तक 140 million+ views है। ये गाना इन के Carrer में एक Game Changer शाबित हुआ । इसके बाद इन्होने पिछे मुड़कर नहीं देखा । 



अब तो खासा आला चाहर नाम ही एक Brand बन चुका है। किसी गाने में इनका नाम आना ही मतलब गाने पर लाखो views I 



खासा आला चाहर भाई अपना singing Ideal SIDHU MOOSEWALA को मानते हैं । इन्होने अपनी Instagram की Bio में भी लिखा है Astaj जी @sidhu_moosewala  .



खासा आला चाहर भाई के बारे में कुछ बातें :


असली नाम : अभिषेक चाहर

पिता : राजवीर सिंह चाहर

माता : श्रीमती शकुतला देवी

जन्म : 21 अक्तुबर  1998 ( खासा , हिसार )

Age : 22 years ( As Of August 2020 )

Music Industy Debut : हथकढ ( As a writer )

singing Debut : FATHER SAAB ( As a singer)


खासा आला चाहर भाई को अपने दोस्तो से बहुत प्यार करते हैं । उन्हें भाईचारे में बैठना बहुत पसंद है । इसलिए उन्होने अपने दोस्तो के लिए college life गाना भी गाया है। 

जाटों के बारे मे गजब तथ्य और इनका इतिहास

March 25, 2020 1 Comment
 जाटों के बारे में रोचक तथ्य



मैं जाट हूँ मुझे जाट होने पर गर्व हैं लेकिन मैं दूसरों का भी उतना ही सम्मान करता हूँ, जितना वह मेरा? हम पूरी दुनिया में कहीं भी जाते हैं, चाहे वह स्कूल हो, कॉलेज हो या फ़िर ऑफिस. हम हर जगह पर कुछ नए दोस्त बनाते हैं. पंजाबी दोस्त, बिहारी दोस्त, बंगाली दोस्त, मल्लू दोस्त, उड़िया दोस्त और यू.पी. वाले भैया. मगर जो बात एक “जाट दोस्त” में होती है उसका मुकाबला पूरी दुनिया में कोई नहीं कर सकता. आखिर वो एक जाट दोस्त ही तो होता है जो किसी लफड़े वाली जगह पर सबसे पहले पहुंचता है और अंत तक साथ नहीं छोड़ता. आज मैं कुछ ऐसे कारण बताऊंगा, कि क्यों “जाट दोस्त” जैसा दुनिया में कोई नहीं होता!


1. जाट शब्द की उत्पत्ति संस्कृत भाषा के ज्ञात शब्द से हुई हैं.

2. Haryana की कुल आबादी का 27% जाट हैं.

3. अगर जाट आपका दोस्त बन जाए, तो आप एक और बोली सीख जाते हैं.

4. जाट भाई के साथ होने पर आपको पंगे के लिए किसी विशेष मौके की तलाश नहीं करनी पड़ती. पंगे तो बस यूं ही हो जाया करते हैं.

5. हरियाणा में 69% “Pistol license” जाटो के नाम पर हैं.

6. अधिकतर लोग जाट की लट्ठमार बोली के कारण उनसे कन्नी काटते हैं. मगर एक बार जो वे दोस्त बन जाएं तो समझ में आता है कि वे दिल के बेहद साफ़ होते हैं.

7. JAT दोस्त बनने के बाद आप तरह-तरह के म्यूजिक सुनने लगेगें, Like : Haryanvi Song.

8. जाट अपने जाटपने को लेकर बहुत सजग रहते हैं, और समय-समय पर अपनी Identity जगजाहिर करने से बाज़ नहीं आते.

9. स्पोर्ट्स तो जैसे जाटों के ख़ून में होता है. जाटलैंड का हर एक बच्चा स्पोर्ट्स का शौकीन होता है. अपणा सहवाग  याद है न!

10. JAT यारों के यार होते हैं, कभी भी किसी को गच्चा नहीं देते. अगर एक बार ज़ुबान दे दी, तो फ़िर वे ख़ुद की भी नहीं सुनते.

11. सिचुएशन चाहे जो भी हो वे जोक्स क्रैक करने के लिए तो जैसे तैयार ही होते हैं. और उनकी बातों में तो जैसे ह्यूमर की भरमार होती है.

12. JAT दोस्तों के लिए जान दे भी सकते हैं, और जान ले भी सकते हैं. अब इस पर मुझे कुछ नहीं कहना. जिनके जाट दोस्त हैं वे बेहतर समझ सकते हैं. और जिनके नहीं हैं वे जल्दी से जल्दी बना लें.


13. खेती से लेकर सेना तक, जाट हर जगह पाये जाते हैं और वे अपनी नौकरी के बजाय अपने काम से मोहब्ब्त करते हैं. इसलिए तो जाट हमेशा हैप्पी-हैप्पी होते हैं.

14. जाट ड्रिंक्स और पार्टी के लिए तो हमेशा ही तैयार रहते हैं, पार्टियों की रौनक भी तो उनसे ही होती है.

15. JAT दिखने में बड़े हैंडसम होते हैं, अब लड़कियां ऐसे ही उनकी दीवानी थोड़े न होती हैं.

16. जहां तक मेरा ख्याल हैं, सबसे कम Please, Sorry और Thank you जाट ही बोलते हैं.


17. यदि आपका दोस्त जाट हैं, “TRUST ME YOU ARE LUCKY!

Life in An Indian Village After Complete Lockdown in India


A Post By - 
Rahul Nain 
#JATsWorld

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